post

OP Rajbhar तभी तक दिग्गज थे, जब तक सपा-भाजपा के साथ थे, अकेले उनका कोई वजूद नहींः संजय निषाद

OP Rajbhar तभी तक दिग्गज थे, जब तक सपा-भाजपा के साथ थे, अकेले उनका कोई वजूद नहींः संजय निषाद

Sanjay Nishad On OP Rajbhar: योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने यूपी निकाय चुनाव में सुभासपा के खराब प्रदर्शन पर तंज कसते हुए कहा कि राजभर जब सपा और भाजपा के साथ थे, तभी तक दिग्गज थे। अकेले राजभर कुछ नहीं है।

अमितेश सिंह, गाजीपुर: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार में मंत्री संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने गाजीपुर में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधा है। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि ओपी राजभर सिर्फ तभी दिग्गज थे, जब वह भाजपा या फिर सपा के साथ थे। अकेले वह कभी दिग्गज नहीं रहे। उन्होंने यह भी कहा कि राजभर का कोई राजनैतिक वजूद भी नहीं है। संजय निषाद ने गाजीपुर के सैदपुर इलाके के इस्माइलपुर गांव में ये बातें कहीं।

इस दौरान निषाद ने 1 करोड़ की लागत से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन मत्स्य आहार प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने निकाय चुनाव में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन पर उसकी जमकर तारीफ की। अखिलेश यादव के बीजेपी पर लगाए बेईमानी के आरोपों पर भी संजय निषाद ने जवाब दिया। निषाद ने कहा कि जिस तरह का जनादेश निकाय चुनावों जनता ने बीजेपी को दिया है, उसके बाद विपक्ष के पास कुछ कहने को बचता ही नहीं है। जब विपक्षी दल सपा सत्ता में थी, उनके पास समय था। तब उनके पास मौका था। सत्ता में रहते हुए जनता के लिए अखिलेश यादव ने कुछ नहीं किया। जनता ने हमें सेवा का मौका दिया तो हमने किया, इसलिए जनता हमारे साथ है। जनता को हमने सुशासन और विकास योजनाओं का लाभ दिया है, इसलिए जनता ने निकाय चुनाव में यह जनादेश दिया है।

ओपी राजभर पर तंज

यूपी निकाय चुनाव में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा को मिली करारी हार पर मंत्री संजय निषाद ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि ओम प्रकाश राजभर तब दिगज्ज थे, जब बीजेपी और सपा के साथ थे। अकेले उनका कोई राजनीतिक वजूद नहीं है। वह कभी बिना गठबंधन के दिग्गज रहे हों तो बताइए। संजय निषाद ने कर्नाटक में बीजेपी की करारी हार पर कहा कि जनादेश का स्वागत है। इस पर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व मंथन करेगी। जहां कमी रह गई है, उसे दूर किया जाएगा।

अफजाल अंसारी की संसद सदस्यता समाप्त होने के बाद गाजीपुर में उपचुनाव हो सकते हैं। चर्चा है कि गाजीपुर की लोकसभा सीट बीजेपी के समर्थन से निषाद पार्टी को दी जा सकती है। ऐसे में संजय निषाद चुनाव लड़ने के विकल्प पर विचार करेंगे। इस मुद्दे पर जब संजय निषाद से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति सम्भावनाओं से भरी रहती है। बीजेपी बड़े भाई की तरह है। जैसा बड़े भाई का निर्देश मिलेगा, वह वैसा ही करेंगे।

No Comments

Add your review

Your email address will not be published.