अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण : ओमप्रकाश राजभर
Atiq Ahmed Murder : प्रयागराज में खुलेआम अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के बाद प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम में भी उछाल आया है। कई विपक्षी नेताओं ने इसे प्रदेश सरकार की नाकामी भी बताया है तो कुछ ने इसमें साजिश की बात कही है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण : ओमप्रकाश राजभर
वाराणसी। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कई सवाल अपने पीछे छोड़ गई है। पूर्व में पेशी के दौरान हत्या की आशंका जाता चुके माफिया की सुरक्षा में चूक कैसे हुई इसका जवाब शायद अभी किसी के पास नहीं। उधर राजनीतिक गलियारे में आगामी निकाय चुनाव को देखते हुए इस हत्याकांड को भुनाने की होड़ सी मची हुई है। इसी क्रम में वाराणसी पहुंचे सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। वो वाराणसी में पार्टी पदाधिकारियों संग नगर निकाय चुनाव को लकर समीक्षा बैठक करने पहुंचे थे।
17 पुलिसकर्मियों की बन्दूक से नहीं निकली एक भी गोली
ओमप्रकाश राजभर ने बातचीत में कहा कि माफिया अतीक और उसके भाई की तीन अपराधियों ने आराम से हत्या कर दी। उस दौरान वहां मौजूद 17 पुलिसकर्मी जो सभी अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। उनकी बन्दूक से एक गोली भी नहीं निकली यह जांच का विषय है कि आखिर पुलिसकर्मियों ने गोली क्यों नहीं चलाई और दोनों भाइयों को वहां छोड़कर हट क्यों गयी।
भगवान को भी लपेट ले रहे हैं अपराधी
अतीक अहमद को मारने वालों के जय श्रीराम का नारा लगाने के मामले में पर उन्होंने कहा कि दुष्कर्म करके जय श्रीराम के नारे लगा रहे हैं। किसी को गोली मार रहे हैं वहां भी जय श्रीराम लगा रहे हैं, जहां गाली और मारपीट कर रहे हैं वहां जय श्री राम लगाए जा रहे हैं, जहां दंगा हो रहा है वहां जय श्रीराम लगा रहे हैं। जहां देखिए वहां भगवान को भी लपेट दे रहे हैं।
कहीं कोई राज न उगल दें
माफिया अतीक अहमद की हत्या करने वालों की क्या जेल में जान का खतरा के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हम जेल में किसी से पूछने नहीं गए थे। किसे खतरा है या किसे नहीं है। लेकिन इतना जरूर है कि एक बड़ा माफिया मारा गया है, जिन लोगों ने मारा है वह कोई बड़ा राज ना उगल दें इस नाते उनको भी खतरा है।
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