post

बीजेपी के पूर्व सांसद ने ओमप्रकाश राजभर को लेकर दिया विवादित बयान, बड़बोलेपन में यह क्या बोल गए

बीजेपी के पूर्व सांसद ने ओमप्रकाश राजभर को लेकर दिया विवादित बयान, बड़बोलेपन में यह क्या बोल गए

बीजेपी के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने विवादित बयान द‍िया है। पूर्व सांसद हरिनारायण ने कहा, ‘जो लोग कार्यकर्ताओं को गाली देंगे, उसको मारना चाहिए।’

अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं ज‍िसको लेकर बीजेपी (BJP), उत्‍तर प्रदेश (Uttar pradesh) में नए समीकरण तलाश रही है। इसी कड़ी में जब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा क‍ि भाजपा के लिए कोई ‘अछूत’ नहीं है। जो भी भाजपा के विचारों से सहमत है, पार्टी उसे अपने साथ रखने को तैयार है। उनका इशारा ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी’ के संस्‍थापक ओम प्रकाश राजभर (Om prakash rajbhar) की तरफ था। इसी को लेकर बीजेपी के ही वर‍िष्‍ठ नेता और पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर (Hari narayan rajbhar) ने व‍िवादित बयान द‍िया है।

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने ओम प्रकाश राजभर के बीजेपी में शामिल होने पर स्वागत करने की बात कही तो पूर्व सांसद हरिनारायण ने व‍िवाद‍ित बयान दे द‍िया। पूर्व सांसद हरिनारायण ने कहा, ‘जो लोग कार्यकर्ताओं को गाली देंगे, उसको मारना चाहिए। ओम प्रकाश राजभर BJP में आएंगे तो जूते से मारूंगा”.

UP व‍िधानसभा में 6 सीट हैं राजभर की पार्टी की 

गौरतलब है क‍ि ओम प्रकाश राजभर उत्‍तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे हैं और इस समय गाजीपुर ज‍िले की जहूराबाद व‍िधानसभा सीट से व‍िधायक हैं। राजभर ने 2002 में ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी’ बनाई है ज‍िसने इस बार के व‍िधानसभा चुनाव में 6 सीटें भी जीती हैं। पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में ओबीसी के अंदर इस पार्टी की गहरी पैठ है।

बीजेपी से रहा है पुराना नाता 

बता दें क‍ि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर बड़ी बात कही। उन्‍होंने कहा क‍ि भाजपा के लिए कोई ‘अछूत’ नहीं है और जो भी भाजपा के विचारों से सहमत है, पार्टी उसे अपने साथ रखने को तैयार है। चौधरी का यह बयान राजभर और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बीच हाल में लखनऊ में हुई बैठक के मद्देनजर आया था। बता दें क‍ि राजभर की पार्टी ने वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा के ही साथ मिलकर लड़ा था। सरकार बनने पर राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था लेकिन बाद में राजभर ने गठबंधन से नाता तोड़ लिया था।

No Comments

Add your review

Your email address will not be published.