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‘अतीक के हत्यारों से राज खुलने का खतरा’:ओपी राजभर ने अतीक अहमद की हत्या को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, कहा- 17 पुलिसकर्मी मूकदर्शक बनने पर सवाल

‘अतीक के हत्यारों से राज खुलने का खतरा’:ओपी राजभर ने अतीक अहमद की हत्या को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, कहा- 17 पुलिसकर्मी मूकदर्शक बनने पर सवाल

सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। पुलिस सुरक्षा में खुलेआम अतीक अहमद की हत्या को लोकतंत्र के लिए सवाल बताया। उनका कहना था कि 17 पुलिसकर्मियों ने हमलावरों पर जवाबी फायरिंग तक नहीं की। उन्हें गोली चलानी चाहिए थी ऐसा असंभव कि एक भी राइफल से गोली तक नहीं निकली।

वाराणसी नगर निगम चुनाव में संगठन को सक्रिय करने पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अतीक अहमद की हत्या को लोकतंत्र में दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार दिया। उन्होंने कि पुलिस कस्टडी में अपराधी इतने राउंड गोली चला दें, अभिरक्षा में दो लोगों हत्या कर दे यह कई सवाल उठा रहा है।

जब अपराधी गोली चला रहा है और साथ में पुलिसकर्मी भाग रहे हैं। उनको भी वहां गोली चलानी चाहिए थी लेकिन दुर्भाग्य है कि एक भी राइफल से गोली तक नहीं निकली। जो 17 पुलिसकर्मी थे उन सभी के पास भी असलहे थे, लेकिन गोली नहीं निकली तो यह जांच का विषय है।

अतीक अहमद की हत्या करने वाले युवकों को जेल में खतरा बताए जाने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हएक बड़ा माफिया मारा गया है, जिन लोगों ने मारा है वह कोई बड़ा राज ना उगल दें इस नाते उनको भी खतरा है। वहीं अतीक की हत्या से भी कई राज दफन हो गए।

धार्मिक नारों में भगवान को लपेट रहे लोग

अतीक अहमद की हत्या के बाद धार्मिक नारे लगाए जाने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि धार्मिक नारों की आड़ में वारदात का दुस्साहस कर रहे हैं। अब तो एक परिचर्चा हो गई है कि अपराध या गोली मार रहे हैं वहां भी जय श्रीराम लगा रहे हैं, जहां गाली और मारपीट कर रहे हैं वहां भी कुछ लोग जय श्री राम लगाए जा रहे हैं, जहां दंगा हो रहा है वहां भी जय श्रीराम लगाकर भगवान को भी लपेट दे रहे हैं।

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