आरक्षण पिछड़ी जाति

सपा, बसपा ने बनाकर गोल- खा गये आरक्षण खुल गयी पोल?

हाई कोर्ट का निर्णय पढ़ लो – अतिपिछडों, अतिदालिनतों, मुसलमानों हो जाओ सावधान?

साथियों, 26 जनवरी 1950 को देश में सविधान लागू हुआ | वर्ष 1952 से देश में चुनाव हो रहा है|
कांग्रेस, भाजपा, सपा, बसपा को सभी जातियों के लोगो ने मिलकर बारी बारी से सत्ता में पहुचायाँ, लेकिन सत्ता पाने के बाद जब अधिकार देने की बात आयी, तो सत्ता में बैठे हुए इन लोगो ने अधिकांश जातियों को अधिकार नही दिया | पिछड़ी जाती के उत्थान के लिए वर्ष 1989 से 27 प्रतिशत आरक्षण पिछड़ी जाती के लिए लागु हुआ| 25 साल से आरक्षण पिछड़ी जाति को मिल रहा है, लेकिन 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ सभी जातियों को नही मिल पा रहा | 27 arakshanप्रतिशत आरक्षण का लाभ कुछ ही जातियां उठा पा रही है, जिसका खुलासा इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2 अक्टूबर 2013 को अपने फैसले में किया है की 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ यादव अहीर, याधुवंशी,ग्वाला, बड़ी संख्या में उठा लिये, वही पर राजभर , चौहान , मौर्या कुशवाहा, प्रजापति, पाल, नाई, गौड़, कहार, बाँध, केवट, मल्लाह, गुप्ता, चौरसिया, लोहार, अंसारी,जोलाहा, धुनिया, आदि जातियों को हिस्सा नही मिला ठीक उसी प्रकार 22.5प्रतिशत आरक्षण अनुसूचितजाति/ अनुसूचित जनजाति का चमार,धुसिया, जाटव उठा लिए वही पर मुसहर, बासफोर, धोबी, सोनकर, दुसाद, कोल, पासी, खटिक, नट शेस जातियां आरक्षण के लाभ से बहुत पिछे है| समाजवादी पार्टी की सरकार मुसलमानों अति पिछड़ो को 27 प्रतिशत पिछड़ी जाति के आरक्षण में भागीदारी नही दे रही है|

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जो फैसला दिया है की पिछड़ी जाति के आरक्षण के कोटे से अहीर, याधुवंशी,ग्वाला, यादव एव अनुसूचितजाति/अनुसूचित जनजाति में चमार,धुसिया, जाटव आरक्षण पर रोक लगा दिया है कि इन जातियो को आरक्षण का लाभ न दिया जाय | क्योकि ये जातियां आरक्षण का लाभ अधिक ले लिया है, इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को लागू न होने देने के लिए समाजवादी पार्टी सुप्रीम कोर्ट से 3 जनवरी 2014 को स्टे ले लिया और कहा कि हाई कोर्ट का फैसला नही मानेगे| कुछ पिछड़े समाज के नेता अपनी अपनी जाति को गुमराह करके पुनः धोखा देने की तैयारी कर रहे है, ऐसे लोगो से सावधान रहने की ज़रूरत है| जो आरक्षण मिल रहा है|

उसको लेने के लिए उठो, जागो , आगे बढ़ो , संघर्ष करो तभी आरक्षण का लाभ मिल पायेगा नही तो समाजवादी पार्टी अतिपिछडों, मुसलमानों को आरक्षण का लाभ न मिले, इसके लिये 17 जातियों को अनुसूचित जाति ने शामिल करने के बहाने फिर पिछड़ी को ठगने, गुमराह करनेकी तैयारी कर रही है| आओ अतिपिछडों,  अतिदालितों, मुसलमानों आरक्षण का लाभ लेने के लिये भाजपा, काग्रेस,सपा,बसपा, के झूठे वादों से सावधान होकर अपनी लड़ाई स्वयं लड़ी जाय ।